पारदर्शी काउंसलिंग कर तुरंत पद स्थापना आदेश जारी करने के लिए डीईओ टीपी उपाध्याय का जताया आभार…सितंबर माह में प्रतीक्षा सूची जारी कर पदोन्नति किया जाएगा
कोरबा जिला में सहायक शिक्षक से प्राथमिक शाला प्रधान पाठक के 225 पद पर पारदर्शी एवं निर्विवाद रूप से काउंसलिंग प्रक्रिया से संपन्न हुई। काउंसलिंग के समय ही पदस्थापना आदेश जारी कर दिया गया।छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष मनोज चौबे ने कोरबा जिला में शिक्षा विभाग के ऐतिहासिक कार्य बताते हुए कहा कि कलेक्टर के मार्गदर्शन एवं काउंसलिंग समिति और कार्यालय के कर्मचारियों के सहयोग से जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा प्राथमिक शाला प्रधान पाठक के 225 पद पर पारदर्शी व निर्विवाद रूप से काउंसलिंग कर तुरंत पदस्थापना आदेश जारी किया गया। विकास खण्ड पोड़ी उपरोड़ा में अगस्त माह में हड़ताल किए गए सहायक शिक्षकों का लंबित वेतन भुगतान के लिए बीईओ को आदेश जारी किया गया है।सितंबर 2023 से दिसंबर 2023 तक 4 माह का लंबित वेतन को सेवा अवधि मानकर वेतन प्रदान करने सभी डीडीओ को आदेश जारी किया गया है। अक्टूबर 2022 में पदोन्नति हुए प्रधान पाठकों के एरियर्स की राशि भुगतान करने जानकारी मंगाया गया है।अगस्त माह में ही शिक्षक हितार्थ में कई आदेश जारी होने से छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी एवं शिक्षकों ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर जिला शिक्षा अधिकारी टी.पी.उपाध्याय को पुष्पमाला एवं प्रतीक चिन्ह मोमेंटो प्रदान कर धन्यवाद,आभार व्यक्त किया गया एवं कई विषयों पर चर्चा किया गया जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी टी.पी.उपाध्याय ने बताया कि सितंबर माह में प्राथमिक शाला प्रधान पाठक पदोन्नति के प्रतीक्षा सूची जारी कर शेष बचे हुए पदों पर काउंसलिंग के माध्यम से पदोन्नति किया जाएगा। 2022 में पदोन्नति हुए प्राथमिक शाला प्रधान पाठक के एरियर्स की राशि का भुगतान सहित शिक्षा व शिक्षक हितार्थ में आश्वासन दिया गया।प्रदेश संगठन मंत्री प्रमोद सिंह राजपूत, जिला अध्यक्ष मनोज चौबे,जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र नायक, जिला मीडिया प्रभारी प्रदीप जायसवाल,जिला सह सचिव ओमप्रकाश खाण्डे, जिला संगठन मंत्री सत्यप्रकाश खाण्डेकर, जिला पदाधिकारी जय कमल,राधे मोहन तिवारी मनीष पांडे,शिशुपाल प्रभाकर,पोड़ी ब्लॉक अध्यक्ष रामशेखर पांडे, सचिव पिला साव ,जिला संगठन सचिव खुलेश्वर भारद्वाज,बोईदा संकुल अध्यक्ष रमेश जांगड़े, संकुल अध्यक्ष जोशी सर,आदि पदाधिकारी एवं शिक्षक शामिल थे।