KORBA – जितनी तेज़ी से टेक्नोलॉजी अपग्रेड होती है, उससे दोगुनी तेज़ी से ऑनलाइन ठग अपग्रेड हो रहे हैं.सोशल मीडिया ने लोगों का जीवन जितना आसान बना दिया उतना ही लोग इस माध्यम के जरिए ब्लैक्मेलिंग और ठगी का शिकार हो रहे हैं. इन दिनों सोशल मीडिया के जरिए पहले दोस्ती और फिर ब्लैकमेलिंग के मामले काफी संख्या में दर्ज हो रहे हैं. बताया जा रहा है लोगों के पास अनजान नंबर से वीडियो कॉल आ रहा है और अगर कोई शख्स इस वीडियो कॉल को उठा लेता है तो वो जल्द ब्लैकमेलिंग का शिकार होने वाला है. सबसे पहले अनजान नंबरों से फोन कर शख्स को धमकी दी जाती है, उसके बाद खेल शुरू होता है ब्लैकमेलिंग का जिसमें अभी इन अपराधियों ने पुलिस के नाम पर भी पीड़ितों को फोन करके धमकी देना शुरू किया है,
कोरबा पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर साइबर विभाग द्वारा एक वीडियो जारी कर लोगों को इस ब्लैकमेलिंग के खिलाफ जागरूक करते हुए बताया गया कि अगर किसी भी अनजान नंबर से फोन आता है तो उसे अटेंड ना करें. बल्कि उस नंबर को ब्लैक लिस्ट में डाल दें। क्योंकि, इस तरह के फोन ज्यादातर व्हाट्सएप, फेसबुक, टेलीग्राम समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से ही आते हैं। अगर इन प्लेटफॉर्म से इस अनजान नंबर से फोन आता है तो फाैरन समझ लेना चाहिए कि काॅल फर्जी है।
एक बात का ध्यान रखे कोई भी पुलिस का अधिकारी आपसे पैसे की मांग नहीं करेगा और पुलिस के अधिकारी कभी भी आपको सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से फोन करके थाने नहीं बुलायंगे. यदि फिर भी आप इन साइबर अपराधियों के जाल में फंस गए हैं तो साइबर पुलिस हेल्पलाइन नंबर 1930 दिया अपने संबंधित थाने में इस बात की शिकायत अवश्य करें ताकि पुलिस आपकी समय रहते मदद कर सके