बिलासपुर – पिता की हत्या का बदला लेने तीन सगे भाइयों ने मिलकर युवक को बीच चौक पर कुल्हाड़ी से मारकर मौत के घाट उतार दिया है। घटना के बाद तीनों आरोपी भाग निकले। घटना सरकंडा थाना क्षेत्र के ग्राम लगरा में सोमवार को दोपहर 1 बजे की है। ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने दो आरोपी भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं तीसरे की तलाश की जा रही है। जानकारी देते चले कि ग्राम लगरा के बजरंग चौक पर रक्षाबंधन के दिन सोमवार को दोपहर के समय मृतक छतराम केंवट घर से अकेला निकला था । पुरानी रंजिश को लेकर पड़ोसी जितेन्द्र केंवट,धर्मेंद्र केंवट और हेमंत केंवट योजनाबद्ध तरीके से उसके पीछे निकले । वह गांव के बजरंग चौक पर मिला। दो भाईयों ने उसे कसकर पकड़ा और तीसरे ने ताबड़तोड़ कुल्हाड़ी से उस पर वार करना शुरू कर दिया। इस हमले में छतलाल की मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी । पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से पूछताछ की, लेकिन किसी ने कुछ नहीं बताया।
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इसके बाद मुखबिरों के माध्यम से आरोपियों की पतासाजी शुरू की और गांव की घेराबंदी कर हेमंत केंवट व धर्मेंद्र केंवट को पकड़ा । वहीं तीसरे आरोपी जितेन्द्र की तलाश में पुलिस की टीम सभी संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।
मृतक ने 10 साल पहले की थी आरोपियों के पिता की हत्या
पुलिस को पूछताछ में पता चला कि मृतक छतलाल और उसके पिता संतोष ने करीब 10 साल पहले धर्मेंद्र के पिता तिलकराम केंवट की हत्या कर दी थी । घटना के समय नाबालिग होने के कारण छतलाल जेल से पहले बाहर आ गया। जबकि उसका पिता संतोष केंवट 15 दिन पहले ही जेल से बाहर आया है।
अब बेटों को भी मारने की दे रहा था धमकी
छतलाल अपने पिता के जेल से बाहर आने के बाद जितेन्द्र, हेमंत व धर्मेंद्र को जान से मारने की धमकी दे रहा था। आरोपी की मां टोनही कहता था । छतलाल की हरकतों से परेशान होकर। तीनों भाइयों ने हत्या की योजना बनाई और उसे मौत के घाट उतार दिया।
संपत्ति को लेकर दोनों परिवार में रंजिश
पैतृक संपत्ति को लेकर दोनों परिवारों के बीच पुरानी रंजिश चली आ रही है। पिता की हत्या भी जमीन विवाद के कारण ही छतलाल व उसके पिता ने की थी । इसके बाद दोनों परिवारों के बीच मनमुटाव और बढ़ गया था। दोनों परिवार की दुश्मनी की चर्चा पूरे गांव में हैं ।