किसान छबिलाल ने सामुदायिक फेंसिंग योजना से बढ़ाया उत्पादन, अर्जित किया मुनाफा…परिवार की जीवनशैली में आया बदलाव
कोरबा 24 दिसम्बर 2024/ उद्यान विभाग की सामुदायिक फेंसिंग योजना किसानों के लिए एक वरदान साबित हो रही है, जो उन्हें अपनी कृषि पद्धतियों को सुधारने और बेहतर उत्पादन हासिल करने का सुनहरा अवसर प्रदान कर रही है। इस योजना के तहत किसानों को अपनी भूमि पर अच्छी गुणवत्ता वाली तार फैसिंग लगाकर उत्पादन बढ़ाने का अवसर मिलता है। जिससे उनके फसलों की मवेशियों से सुरक्षा बढ़ती है और उत्पादन में वृद्धि होती है।कोरबा जिले के पाली विकासखण्ड के गाँव बोईदा के किसान छबिलाल ने सामुदायिक फेंसिंग योजना का लाभ लेकर अपने कृषि कार्य को एक नई दिशा दी है। कृषक छबिलाल एवं अन्य दो कृषक एक साथ कुल 2.585 हेक्टेयर भूमि पर खेती करते थे।
पहले जहां उनका खेती-किसानी पारंपरिक तरीकों पर निर्भर थी, खुले प्रक्षेत्र होने से मवेशी उनके सब्जी की फसल को नुकसान पहुचाते थे। इस कारण वे कम रकबे में फसल लिया करते थे। इस वर्ष छबी लाल सहित अन्य कृषकों द्वारा उद्यान विभाग में सामुदायिक फेंसिंग हेतु आवेदन किया गया। आवेदन के स्वीकृति उपरांत कृषकों को फेंसिंग का लाभ मिला। खेत मे फेंसिंग हो जाने से फसल को सुरक्षा मिल रही है और वे आधुनिक खेती अपनाकर मौसमी सब्जियों का उत्पादन कर रहे है एवं आय में आय में वृद्धि कर रहे है। छबिलाल ने कहा सामुदायिक फेंसिंग योजना ने हमे खेती के तरीके बदलने का अवसर दिया। पहले खेत में बाउंड्री या घेराव नही होने के कारण लगाए गई फसल को मवेशी नुकसान पहुँचाते थे और वे धान के अलावा रवि फसल या साग सब्जी का उत्पादन नही कर पाते थे। जिससे उनके आय में इजाफा नही होता था। उद्यान विभाग के अधिकारियों से उन्हें सामुदायिक फेंसिंग की जानकारी ली एवं योजना का लाभ लेने हेतु उन्होंने आवेदन किया। आवश्यक दस्तावेजो की पूर्ति एवं मौका जांच उपरांत उनका आवेदन की स्वीकृति मिल गई।कृषक छबिलाल द्वारा खेतों में गोभी, बैगन, मिर्च, भाजी, बिन्स सहित अन्य मौसमी सब्जियों की खेती की जा रही है। जिससे उन्हें प्रति सप्ताह 3 से 4 हजार का आय प्राप्त हो रहा है। साथ ही उनके खेतों से लगातार फसल उत्पादित हो रही है जिससे साल भर में उन्हें 1.50 लाख तक कि शुद्व आय प्राप्त होने की सम्भावना है।इस योजना ने छबिलाल को न केवल आर्थिक रूप से सशक्त किया है, बल्कि उन्होंने अपने खेतों से अधिक उत्पादन प्राप्त किया है, जिससे उनके परिवार की जीवनशैली में भी सुधार आया है। अब वे दूसरों को भी इस योजना के लाभ के बारे में बताते हैं और योजना का लाभ उठाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।