सौर सुजला योजना से प्रेमसिंह प्रगतिशील किसान के रूप में बना रहे अपनी पहचान
सोलर पंप से अधिक बिजली बिल व बिजली गुल होने की समस्या से मिली मुक्ति : किसान प्रेम सिंह आत्मविश्वास से वर्ष भर ले रहे फसल, आय में कर रहे बढ़ोत्तरी
कोरबा ऊर्जा के उपयोग से कृषकों के उत्पादन क्षमता में वृद्धि के फलस्वरूप उनके जीवन स्तर में सकारात्मक बदलाव आ रहा है। सौर सुजला योजनांतर्गत रियायती दर पर किसानों को उपलब्ध हुए सोलर पंप से उन्हें सिंचाई का बेहतरीन विकल्प मिला है। जो किसानों के जीवन की आर्थिक व सामाजिक स्थिति बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। साथ ही योजना के सफल क्रियान्वयन से कृषकों की मनोवृत्ति में भी परिवर्तन आया है। अब ग्रामीण किसान कृषि के एक सीमित दायरे से निकलकर अन्य मुनाफा देने वाली फसल का उत्पादन कर अच्छी आय प्राप्त कर रहे हैं।
जिले के पोड़ी उपरोड़ा विकासखण्ड के दूरस्थ गांव पतुरियाडाँड़ के किसान प्रेम सिंह पैंकरा ने क्रेडा विभाग की योजना का लाभ लेकर अपने खेत मे सोलर पंप लगवाया है, जिससे उन्हें कृषि कार्य में बहुत सहूलियत मिल रही है। प्रेम सिंह ने बताया कि सोलर पंप लगने के पूर्व उनके सामने सिंचाई की बड़ी समस्या थी फसलों की सिंचाई के लिए उन्हें अस्थाई बिजली कनेक्शन के माध्यम से व्यवस्था करनी पड़ती थी। अक्सर उनके गांव में कम वोल्टेज की समस्या बनी रहती थी साथ ही खेतों तक बिजली लाइन नही पहुँची थी। जिससे उनके खेत में सिंचाई की कोई अन्य उपाय नहीं था। इस कारण वे बरसात के बाद चाहकर भी अन्य फसल नहीं ले पाते थे।
सोलर पंप के माध्यम से सिंचाई की सुलभ सुविधा को देखकर उन्होंने क्रेडा विभाग में सोलर पंप के लिए आवेदन दिया। आवश्यक दस्तावेजों की पूर्ति एवं राशि जमा करने के साथ ही उनके खेत में 3 एचपी का सोलर पंप लगाया गया। सोलर पंप सूरज की रोशनी से चलती है, इसलिए उन्हें अब बिजली बिल जमा करने का झंझट से निजात और बिजली गुल होने की परेशानी से मुक्ति मिली है। कृषक ने कहा कि सोलर पंप छोटे किसानों के लिए बहुत ही लाभदायक है। इससे सिंचाई की समस्या से छुटकारा मिला है। वर्तमान में वे आत्मविश्वास के साथ वर्ष भर रबी एवं खरीफ की फसलें ले रहे हैं और साल भर धान, मक्का, मिर्च, मटर दलहन, टमाटर सहित अन्य साग-सब्जी की खेती कर अपनी आय में बढ़ोत्तरी कर रहे है। जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार आया है एवं वे एक प्रगतिशील किसान के रूप में अपनी पहचान बना रहे है।