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Secl प्रबंधन की फिर खुली पोल,,मेंटनेंस के आभाव में लगातार हो रहे है हादसे
कोरबा की कोयला खदान का तो भगवान ही मालिक है, शायद यही कारण है कि secl प्रबंधन हमेशा चर्चा में बना रहता है। secl प्रबंधन के अधिकारियों को सिर्फ कोयला उत्पादन के रिकॉर्ड से मतलब रहता है। अधिक से अधिक कोयले के उत्पादन के चलते डम्फर मेंटेनेंस की अनदेखी की जाती है यही कारण है कि करोड़ो रुपये की डम्फर और उसके ऑपरेटर अपनी जान को हाथ मे रख कर काम करने को मजबूर है। शुक्रवार की सुबह कुसमुंडा कोयला खदान में उस समय अफरा तफरी मच गई, जब मेंटेनेंस के अभाव में चलते डंपर में आग लग गई आंख की लपटों के बीच डंपर एक साइड पलट गया इसी बीच वहां से गुजर रहे दो अनजान लोग आग में फंसे डंपर ऑपरेटर को बचाने के लिए कूद पड़े लेकिन डंपर का दरवाजा नहीं खुल रहा था फिर किसी तरह डंपर के दरवाजे को खोला और डंपर ऑपरेटर ने कूद कर अपनी जान बचाई इस घटना में डंपर ऑपरेटर को बचाने गए दोनों अनजान लोग आग में झुलस गए। आनन फानन में वहाँ काम कर रहे लोगों की मदद से घायलों को कोरबा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
गौरतलाप है कि इससे पहले भी secl के अनेक खदानों में डंपर जलने के मामले लगातार आते रहे हैं बावजूद इसके प्रबंधन का ध्यान इस और क्यों नहीं जाता है, यह समस्या परे हैं।