प्रेमी ने प्रेमिका का दो महीने पहले जंगल में गला घोट कर की हत्या
प्रार्थी कृष्णा विश्वकर्मा ने थाना उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 28.09.2023 के प्रातरू लगभग 08:00 बजे मेरी लड़की संतोषी विश्वकर्मा सिलाई मशीन काम सीखने कोरबा जा रही हूं कहकर घर से गई है, जो दिनांक 30.09.2023 तक वापस घर नहीं आने पर प्रार्थी द्वारा थाना बांगो में उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज कराया गया था, जिस पर थाना बांगो में गुम इंसान क्रमांक 32/2023 कायम कर जांच पतासाजी किया जा रहा था, कि विवेचना दौरान अपहृता संतोषी विश्वकर्मा के मोबाईल नंबर से मेरे घर की मोबाईल नंबर पर किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा फोन कर बोला कि आपकी लड़की संतोषी को मैं किडनैप कर लिया हूं, मुझे 1500000 (पन्द्रह लाख) रूपये बताये हुये जगह पर लाकर दो तब मैं आपकी लड़की को छोड़ दूंगा कि अज्ञात व्यक्ति के द्वारा मेरे लड़की को किडनैप कर फिरौती रकम मांगने के संबंध में लिखित आवेदन पत्र पेश करने पर अपराध धारा 364 (क), 365 भादवि का अपराध घटित होना पाये जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया विवेचना के दौरान आरोपीयो का पतासाजी हेतु पुलिस टीम गठित कर अलग- अलग जगह पाली, पोडी, रतनपुर, सकरी बिलासपुर में दबिस दी गयी जो आरोपीयो के द्वारा लगातार जगह बदल कर गिरफ्तारी के डर से लुकछिप रहे थे, जो अपने सकुनत से फरार थे, बाद में दिनांक 28-11-2023 को माननीय न्यायालय कटघोरा में अपने आप को आत्मसमर्पण किया जा रहा था जहां पुलिस रिमाण्ड प्राप्त कर आरोपीगणो से कडाई से पूछताछ करने पर अपहृता को आरोपी सोनू लाल साहू के द्वारा गला घोट कर मारकर थाना पाली केराझरिया जंगल में रखकर सोनू लाल साहू ने अपने अन्य चार साथियों संदीप भोई, विरेन्द्र भोई, सुरेन्द्र भोई, जीवा राव जाघय के साथ मिलकर जमीन में दफना देना जुर्म स्वीकार किये आरोपीगणो को लेकर घटना स्थल केराझरिया थाना पाली के जंगल में आरोपियो के निशांदेही पर शव का उत्खनन किया गया । जहां अपहृता के परिजनो के द्वारा अपनी बेटी संतोषी विश्वकर्मा का होना पहचान किया गया आरोपीयो से घटना मे प्रयुक्त गैती फावडा अन्य वस्तुओं को जप्त किया गया, उक्त प्रकरण मे शव उत्खनन बाद धारा 302, 201,120बी, 376 भादवि जोडी जाकर विवेचना की जा रही है उक्त आरोपियो को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर पेश किया जाता है।
उक्त मामले में आरोपी को गिरफ्तार करने में निरीक्षक मनीष नागर थाना प्रभारी बांगो, उनि महासिंह धुर्वे, सउनि सुकलाल सिदार, प्रआर विरेन्द्र कुमार, आरक्षक गजेन्द्र बिझवार, अनिल पोर्ते, पुरंजन साहू की महत्वपूर्ण भूमिका रही।